महिलाओं को जो गलत लगे वो अपराध: तिवारी
-विधिक जागरूकता शिविर में दी कानून की जानकारी
शाहजहांपुर। शनिवार को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं राष्ट्रीय महिला आयोग के सहयोग से आय़ोजित महिलाओं के हित संरक्षण एवं कानून सम्बन्धी विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भानुदेव शर्मा के निर्देशन में किया गया।
ब्लाक सभागार सिंधौली, तहसील पुवायाँ में आयोजित शिविर की अध्यक्षता कर रहे सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पीयूष तिवारी ने महिलाओं के अधिकारों पर विस्तृत जानकारी दी। कहा, महिलाओं को जो कुछ भी गलत लगता है। सब अपराध की श्रेणी में आता है । महिलाओं को उनकी इच्छा के बगैर घूरना भी कानूनन अपराध है । उनहोने कार्य स्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न (विशाखा गाइड लाइन), कन्या भ्रूण हत्या आदि गम्भीर विषयों पर विस्तृत जानकारी दी । इसके अतिरिक्त उन्होंने साइबर अपराध के बारे में जानकारी देते हुए इससे सचेत रहने के लिए उपस्थित महिलाओं को प्रेरित किया ।
नायब तहसीलदार अमित कुमार द्वारा तहसील स्तर पर चलाई जा रही महिलाओं से सम्बन्धित विभिन्न प्रकार की लाभकारी योजनाओं से अवगत कराया गया । पैनल लॉयर अरविन्द कुमार मिश्रा द्वारा महिला कानूनी अपराध व घरेलु हिंसा के बारे में विस्तृत चर्चा की गयी । सायकाइट्रिक सोशल वर्कर नन्दनी सक्सेना द्वारा महिलाओं मे हो रही गम्भीर बीमारी व मानसिक स्वास्थ्य सम्बन्धी विस्तृत जानकारी दी । प्रभारी वन स्टाप सेन्टर नमिता यादव द्वारा वन स्टाप सेन्टर के बारे में जानकारी देने के साथ साथ कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, वृद्धा पेंशन, विध्वा पेंशन आदि योजनाओं पर प्रकाश डाला । एडीओ पंचायत आदित्य सक्सेना द्वारा ब्लाक सम्बन्धी जानकारी दी गयी । श्रम विभाग के प्रतिनिधि शिव सागर द्वारा श्रम विभाग सम्बन्धी लाभकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला गया । थाना सिंधौली (मिशन शक्ति) की प्रतिनिधि एसआई कोमल द्वारा गुड टच बैड टच व महत्वपूर्ण नम्बर जैसे 1090, 1076,112, 181 आदि के बारे में जानकारी दी गयी।
शिविर का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शाहजहाँपुर के लिपिक मोहम्मद अफ़ज़ल द्वारा किया गया । इसके अतिरिक्त इस शिविर में, पराविधिक स्वयं सेवक अनिल कुमार, कु रीतू वाजपेयी, जितेन्द्र कुमार वाजपेयी व अधिक संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्री, आशा बहुएं आदि महिलाएं शिविर में मौजूद रहीं।