वनबसा के रास्ते नेपाल जाकर नकली करेंसी ला रहा टायर व्यापारी


बरेली। शाहजहांपुर फिर चर्चा में है। इस बार नकली नोटों को लेकर। नाम भी बड़े व्यापारी का आया है, जो चर्चित रहा है। व्यापार टायर बेचने का करता है। धंधा कोई दूसरा ही है।
नकली नोटों के मामले में इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने बताया कि शाहजहांपुर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला सिंजई निवासी विवेक मौर्य को हेलापीर मंडी के पास से गिरफ्तार किया गया। उसके साथी शाहजहांपुर के ही मोहल्ला बक्सरिया निवासी रवि अरोड़ा और उसका बेटा आयुष फरार हो गए। पूछताछ में विवेक ने बताया कि 27 सितंबर को वह शाहजहांपुर जेल से जमानत पर बाहर आया था। 29 को उसकी मुलाकात रवि और आयुष से हुई। दोनों की शाहजहांपुर में टायर की दुकान है। उसने बताया कि लग्जरी कार से पिता-पुत्र घूमकर नकली नोटों का धंधा कर रहे थे। उनके साथ विवेक भी शराब की दुकानों, आकृतियों के यहां नकली नोट देकर कुछ सामान खरीदता था। तीनों शनिवार को भी उसी कार से डेलापीर मंडी आए थे। यहां इनके पास पांच रुपये के 300 नकली नोट थे। उन्होंने सब्जी विक्रेता को पांच सौ का एक नोट दिया और केवल 100 रुपये का सामान लेकर 400 रुपये वापस ले लिए। उसने पुलिस को ये भी बताया कि वे रोडवेज बस से शाहजहांपुर, पूरनपुर, वनबसा होते हुए नेपाल के महेंद्र नगर गए। वहां सरहद पर उन्हें एक व्यक्ति मिला जो रवि को पहले से जानता था। उसी के माध्यम से डील हुई। सीमा पर ये बड़ी चूक है।