– कोतवाली पुलिस, सर्विलांस सेल व साइबर सेल की संयुक्त टीम द्वारा की गयी बड़ी कार्यवाही
शाहजहांपुर। पुलिस की टीम को बड़ी ज़फ़लता मिली है। साइबर क्राइम करने वाले जालसाजी गिरोह का पर्दाफाश किया है। थाना कोतवाली पुलिस, सर्विलांस सेल व साइबर सेल की संयुक्त टीम के प्रयास से ये कामयाबी मिली। साइबर ठगों ने बैंकों में फर्जी खाते खोलकर करोडों रुपये की ठगीबाक़ी है। पुलिस ने दस आरोपितों को गिरफ़्तार किया है।
इनके पास से कई बैंकों के 32 पासबुक, 10 चैक बुक, 10 एटीएम कार्ड , आठ पैन कार्ड, एक तमंचा .315 बोर, दो जिंदा कारतूस.36 खाता खोलने के फार्म , चार लेमिनेटिड आधार कार्ड व 16 आधार कार्ड की छायाप्रति, एक पेन ड्राईव जामातलाशी में आठ मोबाइल बरामद किए हैं।
मुखबिर की सूचना पर चन्दन मिश्रा ऊर्फ हर्षित मिश्रा पुत्र ब्रहमानन्द मिश्रा, उम्र करीब 24 वर्ष निवासी हुसैनपुरा बड़ी विसरात, मोहन सक्सेना पुत्र स्व0 ओमप्रकाश सक्सेना, उम्र करीब 25 वर्ष निवासी बाबूजई निकट गडढा कालोनी, समीर गुप्ता पुत्र रजनीश गुप्ता, उम्र करीब 21 वर्ष निवासी मौहल्ला बिजलीपुरा निकट हनुमान मंदिर, अभिषेक यादव उर्फ अपराधी पुत्र शिवकुमार यादव, उम्र करीब 18 वर्ष निवासी रोशनगंज निकट खां साहब की बगिया, अनुभव गौतम पुत्र स्व0 राकेश गौतम, उम्र करीब 20 वर्ष निवासी मघईटोला किला, केशव केवट पुत्र वीरेन्द्र राजपूत, उम्र करीब 20 वर्ष निवासी काली मंदिर के पास बडी विसरात, जावेद हसन पुत्र महमूद हसन उम्र करीब 26 वर्ष निवासी किला पुलिस चौकी पाकड़ के पास, अर्जुन पुत्र अशोक उम्र करीब 20 वर्ष निवासी मौहम्मद जई निकट बेरी चौकी, करन राजपूत पुत्र टिल्लू राजपूत उम्र करीब 20 वर्ष निवासी मौहम्मद हुसैनपुरा, मोनू रस्तोगी पुत्र मुकेश रस्तोगी उम्र करीब 18 वर्ष निवासी नाना होरीलाल के घर मोहल्ला बाबूजई को चांदापुर चौराहे से गर्रापुल के पास से गिरफ्तार किया गया है। जामातलाशी में कुल 1090 बरामद किए । पुलिस ने बताया कि अब तक कुल 32 खातो का विश्लेषण किया गया है, जिसमे 1 करोड़ 55 लाख रुपये के फ्रॉड कराये जाने के तथ्य पाये गये है । इसके अलावा बैंको मे जितने भी बैंक अकाउण्ट, ATM कार्ड व पासबुक मिले है उनका विश्लेषण किया जा रहा है जैसे- जैसे खाते प्राप्त होंगे फ्रॉड की सही राशि का आकलन तभी किया जाना सम्भव है ।
यव था तरीका
इस सिंडिकेट का उद्देश्य लोगों को इन्टरनेट या मोबाइल कॉल के जरिये संपर्क कर फर्जी ऑनलाइन वेबसाइट से भ्रमित कर/डरा धमका कर या लालच देकर फ्रॉड करना था, इस सिंडिकेट में मुख्यतः तीन कार्यों को सदस्यों के बीच बाँट कर ट्रेस होने से बचने के लिए कूटरचित बैंक खातों की कई लेयर के माध्यम से फ्रॉड का पैसा प्राप्त करने का कार्य किया जा रहा है । इस सिंडिकेट द्वारा उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगना, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, मणिपुर, हिमांचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड आदि प्रदेशों में लोगों को फ्रॉड कॉल कर पैसे को फर्जी कूटरचित बैंक खातें में ट्रॉन्सफर कर एटीएम अथवा UPI के माध्यम से पैसे निकल लिए जाते थे ।
ऑनलाइन अथवा मोबाइल नंबर पर विक्टिम्स से संपर्क कर उन्हें फर्जी ऑनलाइन वेबसाइट से भ्रमित कर / डरा कर अथवा ज्यादा पैसे कमाने का लालच देकर, लोन देने के नाम पर पैसे अन्य खातो में ट्रॉन्सफर कर लेते थे। वहीं नई उम्र के लड़कों, गरीब वर्ग के अनपढ़ लोगों या महिलाओं को लालच देकर उन्हें अपने आधार / पैन कार्ड लेकर बैंक या ग्राहक सेवा केंद्र के माध्यम से बैंक अकाउण्ट खुलवाने के नाम पर ठगी करते थे। बैंक अकाउण्ट खुल जाने पर पासबुक/ATM और बैंक में जुड़े मोबाइल नंबर का सिम इन लोगों से ले लेना और इसके बदले इन्हें 2000 से 4000 रुपये प्रति खाता दे देते थे। इस तरह से कूटरचित खातों की डीटेल पासबुक, ATM और फर्जी सिम बिहार और पश्चिम बंगाल व अपने गिरोह के सदस्यों को 4000 से 8000 रुपये के बदले उपलब्ध करा देते थे। यही नहीं अपने साथियों द्वारा उपलब्ध कराये गये फर्जी बैंक खातों व सिम का प्रयोग कर किसी अन्य जगह पर ATM अथवा वॉलेट के माध्यम से पैसे निकाल लेते थे।
पुलिस की मानें तो मोहन सक्सेना तथा चन्दन मिश्रा उर्फ हर्षित मुख्य कर्ता-धर्ता हैं। अनुभव गौतम व समीर गुप्ता फील्ड एजेन्ट, अर्जुन शाहजहांपुर व जनपद लखीमपुर खीरी मे अपराध करने वालों एजेन्टों के मध्य मीडियेटर, अभिषेक, जावेद व केशव केवट खाता खुलवाने का कार्य करते थे। एसपी राजेश एस ने कोतवाल राजीव तोमर व सर्विलांस टीम को सराहा है।