बदायूं। लेखपाल की जांच आख्या पर एक व्यक्ति के 35 दिन के भीतर अलग-अलग राशि के तीन आय प्रमाणपत्र बना दिए गए। शिकायत पर जांच के बाद लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है। मजेदार बात ये है की जांच तहसीलदार सदर ने की है और कार्रवाई एसडीएम सदर ने, जबकि आय प्रमाणपत्र इन्हीं के हस्ताक्षर से जारी किए गए हैं।
तहसीलदार सदर की जांच आख्या के अनुसार आवेदक लीलाधर निवासी ग्राम अहररुईया, तहसील सदर बदायूं के तीन आवेदनपत्रों के आधार पर 05 सितंबर, 01-अक्तूबर और 10 अक्तूबर को तीन आय प्रमाणपत्र क्रमशः 48000 रुपये, 54000 रुपये और 45000 रुपये के जारी कर दिए गए। इन प्रमाणपत्रों में प्रस्तुत वार्षिक आय क्षेत्रीय लेखपाल रमाशंकर शर्मा ने सरसरीतौर पर बिना स्थलीय व अभिलेखीय जांच किए निर्धारित कर दी। सवाल ये है कि अधिकारियों ने भी कैसे आंख मूंदकर हस्ताक्षर कर दिए। हालांकि तहसीलदार की जांच रिपोर्ट पर लेखपाल रमाशंकर को प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए एसडीएम सदर ने 19 अक्तूबर को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है।
इस मामले की शिकायत प्रियंका पत्नी अनुजवीर निवासी सैनिक कालोनी गली नं0 4 बरेली ने की थी। उन्होंने ग्राम गिरधरपुर पर तैनात लेखपाल रामाशंकर शर्मा पर न्यायालय में विरासत का वाद विचाराधीन होते हुए भी अवैध धन लेकर पक-11क का आदेश पारित कर देने का आरोप लगाया था। तहसीलदार सदर बदायूं ने इसकी जांच कर आख्या प्रस्तुत की। जांच में दोषी पाए जाने पर लेखपाल रामाशंकर शर्मा को निलम्बित कर दिया गया है।
महज 35 दिन में एक व्यक्ति के बना दिए तीन आय प्रमाणपत्र, लेखपाल निलंबित
