अभियुक्तों ने शव शाकिर की ही गाड़ी से अलीगढ़ के दादों क्षेत्र में ले जाकर नहर में फेंका
पुलिस अब तक नहीं बरामद कर पाई शव, हत्या की वजह का भी नहीं हुआ खुलासा
बदायूं। जिला अस्पताल के फार्मासिस्ट डॉ. शाकिर अली की सिर पर हथौड़े से प्रहार करके हत्या की गई थी। इसके बाद अभियुक्तों ने शाकिर की गाड़ी से ही शव अलीगढ़ के दादों क्षेत्र में ले जाकर नहर में फेंक दिया था। यह दावा पुलिस ने चार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद किया है। हालांकि पुलिस अब तक न तो शाकिर का शव ही बरामद कर सकी है और न ही हत्या की वजह बता सकी है।
मालूम हो कि जिला अस्पताल के फार्मासिस्ट शाकिर अली 16 अक्तूबर को लापता हो गए थे। उनके बेटे मोहल्ला कबूलपुरा निवासी नदीम ने 17 अक्तूबर को कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज करा दी। परिजनों के अपहरण की आशंका जताने पर पुलिस ने 20 अक्तूबर को अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया और इस मामले में एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके बाबजूद शाकिर का कोई सुराग नहीं लगा।
पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि शाकिर किसी के बुलावे पर अपनी क्रेटा कार से सहसवान में आरिश की ट्रैक्टर एजेंसी पर गए थे। वहां थाना सहसवान के गांव भवानीपुर खैरू निवासी सुलतान, मुनाजिर, थाना जरीफनगर के कस्बा दहगवां निवासी जोगेंद्र यादव और शौकीन मालिक ने सिर पर हथौड़े से प्रहार करके हत्या कर दी।
पुलिस ने चारों अभियुक्तों को मंगलवार सुबह बड़ी जियारत के पास से गिरफ्तार कर लिया। बकौल पुलिस, पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि हत्या करने के बाद उन्होंने शव शाकिर की ही कार से अलीगढ़ थाना क्षेत्र के दादों इलाके में ले जाकर फेंक दिया और फिर बदायूं आकर कार मेडिकल कॉलेज के पास खड़ी करके चले गए। पुलिस ने अभियुक्तों से शाकिर की कार की चाबी और हत्या में प्रयुक्त हथौड़ा बरामद कर लिया है। अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया हैं।