“आधुनिक जैविक अनुसंधान एवं बायोइन्फोर्मेटिक्स” विषय पर व्याख्यान

#एसएस कॉलेज में वक्ताओं ने रखे विचार

शाहजहाँपुर। “बायोइन्फोर्मेटिक्स शोधकर्ताओं को डेटा प्रबंधन और नई जैविक खोजों में सहायता प्रदान करता है। यह औषधि विकास, रोगों के निदान और कृषि सुधार जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उपयोगी साबित हो रहा है। वर्तमान में, यह क्षेत्र वैज्ञानिक अनुसंधान को नई दिशा और ऊंचाई देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
यह विचार स्वामी शुकदेवानन्द कॉलेज, शाहजहाँपुर के प्राचार्य प्रो. राकेश कुमार आजाद ने वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा सोमवार को आयोजित “आधुनिक जैविक अनुसंधान एवं बायोइन्फोर्मेटिक्स” विषयक व्याख्यान मे व्यक्त किए।
गवर्नमेंट पी.जी. कॉलेज, रानीखेत, अल्मोड़ा से पधारी वनस्पति विज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर व कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ. आरती चौहान ने कहा कि बायोइन्फोर्मेटिक्स पौधों की आनुवंशिक विविधता का अध्ययन, फसल सुधार, और प्रदूषण के प्रभावों का विश्लेषण कर उनके समाधान खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चिकित्सा क्षेत्र में, विशेष रूप से पर्सनलाइज्ड मेडिसिन में, इसका बड़ा योगदान है, जहां उपचार को मरीज के आनुवंशिक प्रोफाइल के आधार पर अनुकूलित किया जाता है। वर्तमान में, यह क्षेत्र कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और मशीन लर्निंग (ML) के साथ मिलकर जैविक अनुसंधान को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा रहा है। विज्ञान और तकनीक का यह संगम, बायोइन्फोर्मेटिक्स, भविष्य की चुनौतियों का समाधान करने में अहम भूमिका निभाएगा।
कार्यक्रम में डॉ. शिखा सक्सेना, शिवांगी शुक्ला, मनोज कुमार, आकांक्षा गुप्ता, अजय सिंह, दीपक आदि का विशेष सहयोग रहा। संचालन डॉ. केशव शुक्ल ने किया। वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. आदर्श पाण्डेय ने धन्यवाद ज्ञापन किया।