योग आंतरिक चेतना को भी जागृत करता है: धामा


# योग विज्ञान संस्थान ने किया नैपुण्य शिविर
# केन्द्रीय उपप्रधान ने सिखाईं योग की बारीकियाँ

#शाहजहांपुर। योग विज्ञान संस्थान के तत्वावधान में मंगलवार को नैपुण्य शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें केन्द्रीय संगठन दिल्ली से बतौर मुख्य अतिथि उप प्रधान राजीव धामा व विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य व क़रोलबाग दिल्ली के प्रधान ओमप्रकाश ने प्रतिभाग कर योग की बारीकियों से अवगत कराया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि #राजीव धामा ने कहा कि योग केवल शरीर को स्वस्थ रखने का माध्यम ही नहीं अपितु आन्तरिक चेतना को जागृत करने का साधन है। स्वाँस के आवागमन को चेतना से जोड़ना व क्रमशः अन्तर्मुखी होते जाने की प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि योग से ख़ुशी ही नहीं वरन आनन्द की स्थिति तक की अनुभूति कुछ दिनों की अनवरत योग साधना से प्राप्त की जा सकती है।

विशिष्ट अतिथि #ओमप्रकाश ने सेवा के महत्व को समझाते हुए कहा कि सेवा दो प्रकार की होती है एक सस्वार्थ सेवा व एक निस्वार्थ सेवा। कुछ न कुछ फल दोनों का ही मिलता है लेकिन जो आनन्द निस्वार्थ सेवा में वह कहीं और प्राप्त ही नहीं हो सकता। पूर्व में उन्होंने साधकों को सूक्ष्म व्यायाम के बाद प्रणव मन्त्र ॐ की ध्वनि व गायत्री मन्त्र के सस्वर पाठ के उपरान्त ताड़ासन, कटिचक्रासन,अश्वत्थासन, जानुशिरासन, सर्पासन, श्वासन, हास्यासन, भर्स्तिका व शोधन का अभ्यास कराया।

#कार्यक्रम का शुभारम्भ दोनों अतिथियों ने माँ शारदे व योग विज्ञान के संस्थापक कीर्तिशेष ऋषिराम शर्मा के चित्र पर माल्यार्पण व समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया। वृंदावन में हुए राष्ट्रीय शिविर में विशेष सहयोग करने वाले साधक डॉ राजेन्द्र कुशवाहा, ज्योति गुप्ता व राजेश दीक्षित को अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। संयोजन ज़िला महिला योग प्रमुख ज्योति गुप्ता, उप प्रधान जीसी मिश्राल, लित मोहन, डॉ राजेंद्र कुशवाहा, प्रवीण मिश्रा, संध्या गुप्ता व रचना चाँदना ने किया।

#संस्थान के ज़िला मंत्री कवि डॉ इन्दु अजनबी के संचालन में हुए आयोजन में प्रमुख रूप से नरेश चन्द्र त्यागी, बिपिन रस्तोगी, मिथिलेश त्यागी, आशाराम गुप्ता, अशोक रस्तोगी, जवाहरलाल रस्तोगी, गीता त्रिवेदी, रेनू सक्सेना, तेजवीर गुप्ता, सौरभ गोयल, डॉ सारिका अग्रवाल, रेखा कुशवाहा, रेखा सक्सेना, संजीव सक्सेना, राजवीर यादव, दीपक मौर्या, राजकुमारी, निशा वरनवाल, रेनु मौर्या, वेदप्रकाश अग्रवाल, अनीता शुक्ला, सरोज कश्यप, सावित्री समेत अनेक साधक साधिकाएँ उपस्थित रहे। समापन ज़िला प्रधान डॉ अवधेश मणि त्रिपाठी ने प्रार्थना के साथ किया।