राज्यपाल ने डॉ जीडी अग्रवाल और समीर शुक्ला को जनपद रत्न से किया सम्मानित


#राज्यपाल ने अटल बिहारी वाजपेयी प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में जन समूह को किया सम्बोधित

#बालिकाओं की शिक्षा पर बल देते हुए टीवी मुक्ति प्रदेश बनाने का किया आह्वान

#राज्यपाल ने 70 वर्ष से अधिक लोगों को आयुष्मान गोल्डन कार्ड प्रदान किए

#राज्यपाल ने रोगियों को पोटली तथा आंगनबाड़ी सेविकाओं को किट प्रदान की

शाहजहाँपुर/उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी प्रेक्षागृह में 28वें जनपद रत्न अलंकरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई। शल्य चिकित्सा में प्रयुक्त होने वाले उपकरणों के क्षेत्र में नित्य नई खोज करने वाले समाजसेवी डॉ घनश्याम दास अग्रवाल और भारतीय प्रशासनिक सेवा में वरिष्ठ अधिकारी एवं वर्तमान में भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव (बैंकर्स) के पद पर कार्यरत समीर शुक्ला को अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर जनपद रत्न अलंकरण से सम्मानित किया। उन्होंने टीबी के मरीजों को पोषण पोटली, 70 वर्ष से अधिक लोगों को आयुष्मान गोल्डन कार्ड एवं आंगनबाड़ी किट वितरित की। उन्होंने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी एवं पंडित मोहन मालवीय के जीवन परिचय तथा अटल बिहारी वाजपेयी के साथ किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला।

उन्होंने शल्य चिकित्सा में प्रयुक्त होने वाले उपकरणों के क्षेत्र में नित्य नई खोज करने वाले समाजसेवी डॉ घनश्याम दास अग्रवाल और भारतीय प्रशासनिक सेवा में वरिष्ठ अधिकारी एवं वर्तमान में भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव (बैंकर्स) के पद पर कार्यरत समीर शुक्ला को जनपद रत्न चुने जाने के लिये बधाई एवं शुभकानाए दी। उन्होने कहा कि डॉ घनश्याम दास अग्रवाल द्वारा चिकित्सीय क्षेत्र में लोगो के हितार्थ रीसर्च के लिये जनपद रत्न चुना है। किसी भी क्षेत्र में आगे बढने के लिये रीसर्च बहुत जरूरी है, महिलाओं के गर्भ में नवजात शिशुओं की मृत्यु हो जाती है इस पर भी यूनिवर्सिटी में रिसर्च होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा वित्त मंत्रालय में जो भी योजनाएं एवं गाइडलाइन बनाई जाती होगी उसमें समीर शुक्ला का सुझाव शामिल किया जाता होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी विकसित भारत चाहते हैं कि हर व्यक्ति को शिक्षा, चिकित्सा, सुरक्षा, किसानों को समय से खाद बीज दवाई आदि समय से सभी को उपलब्ध हो। सभी योजनाओं का लाभ लाभार्थी तक पहुंचना चाहिए जिससे उसके जीवन में परिवर्तन आए। हर परिवार एवं हर बच्चा स्वस्थ होना चाहिए।

उन्होंने कहा इस केंद्र व सरकार बजट देती है। इसका सही ढंग से इंप्लीमेंट करना तथा जांच करना प्रशासन का कार्य है। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना में सबसे ज्यादा लाभ महिलाओं को हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यों की सक्सेस स्टोरी बनाई जाए। उन्होंने कहा कि 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाना है। हर व्यक्ति को इसमें लगना होगा तभी भारत टीबी मुक्त बनेगा। उन्होंने कहा की अपेक्षा करते हैं धीरे-धीरे पूरा जनपद टीबी मुक्त हो जाए। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों के संबंध में कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र एक ऐसा यूनिट है कि संपूर्ण कार्य करता है।

उन्होंने कहा कि एजुकेशन पॉलिसी कहता है कि 2030 तक 50 प्रतिशत युवा उच्च शिक्षा में जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि 26 प्रतिशत बच्चे 12वीं के पास आगे नहीं पढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में हर वर्ग को 3 वर्ष आयु पूर्ण करने वाला बच्चों का एडमिशन आंगनबाड़ी केंद्र एवं 6 वर्ष पूर्ण करने वाले बच्चों का एडमिशन प्राथमिक विद्यालय में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के जज्बे को देखते हुए अत्यंत खुशी हैं। महामहिम राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं समाज की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु उन्हें शिक्षित करें।

राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का आगामी-2047 तक भारत देश को विकसित भारत बनाने का सपना तभी साकार होगा जब पूरे देश में शत प्रतिशत लोग शिक्षित होंगे। किसानों को उनके उत्पादकता का सही मूल्य तथा उन्हें आसानी से खाद, बीज व उर्वरक व कृषि यंत्र आदि मुहैया हो सकें तभी विकसित भारत का सपना पूर्ण हो सकता है। उन्होंने कहा कि अच्छे कार्यों का प्रचार प्रसार करें तथा बुरे कार्यों रोकें।

वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि आज का कार्यक्रम विशिष्ट रूप भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी का जन्म दिवस तथा जनपद रत्न अलंकरण हेतु आयोजित किया गया है। बताया कि 25 दिसंबर को ही पं मदनमोहन मालवीय एवं जीसस क्राइस्ट का भी जन्मोत्सव मानाया जाता है। अटल बिहारी बाजपेयी जी का व्यक्त्तिव प्रारंभ से ही कवि हृदय थे। दूसरा जिससे उन्होने कैरियर शुरू किया वह पत्रकारिता है, कई महत्वपूर्ण समाचार पत्रों के लेखक रहे। बहुत अच्छे लेखक थे, कुशल संगठन कर्ता तथा एक ऐसे नेता जो सभी को साथ लेके चलना चाहते थे, सर्वश्रेष्ठ सांसद थे। सर्व शिक्षा अभियान के तहते नीचे से लेकर उपर तक शिक्षा देने का काम किसी ने सबसे पहले किया तो अटल बिहारी बाजपेयी जी ने किया है।

उन्होने बताया कि जब वह पहली बार विधायक बने तो एक एक स्कूल मिलना बहुत मुश्किल पड़ता था। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना माध्यम से आज भी लोग उन्हे याद करते है, वर्तमान सरकार ने भी जिसका पांच वर्ष मेंटनेंस देकर इस व्यवस्था को लागू किया है। उन्होंने परमाणु संपन्न राष्ट्र बनाया हमारा गौरव बढ़ाया देश और दुनिया में, उन्होंने बताया कि आज हम यहां बैठे-बैठे जो देश दुनिया में बात कर रहे हैं यह उन्हीं की टेलिकॉम नीति है। उन्होंने कहा कि आज भी वह जन-जन के हृदय में बसते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान मोदी सरकार ने उन्हें भारत रत्न से 2015 में सम्मानित किया था। उन्होंने कहा कि यह सभागार भी उन्हीं की स्मृति का एक अंश है। पंडित मदन मोहन मालवीय जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुये मंत्री ने बताया कि वह एक बहुत बड़े व्यक्तित्व थे। उनके बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि गांधी जी ने उन्हें महामना की उपाधि दी थी। देश को आजाद करने में उनका बहुत बड़ा योगदान था। 1909,1918,1930 और 1932 में कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे। उनके कार्यकाल में गिलगिट्या मजदूरों को शोषण से उन्होंने आजाद कराया यह उनके जीवन की बहुत बड़ी उपलब्धि है। सत्य मेव जयते का नारा भी उन्होंने पहली बार दिया था। बह हिंदुस्तान टाइम्स, इंडियन यूनियन के संपादक रहे। मरणोपरांत उन्हें 20214 भारत रत्न की उपाधि भी दी। 2016 में हमारे प्रधानमंत्री ने एक महामना एक्सप्रेस भी चलाई है, जो वाराणसी और नई दिल्ली के बीच चलती है। उन्होंने भारतीय हिंदू यूनिवर्सिटी की स्थापना करके अमृता के कागज पर हमेशा के लिए हस्ताक्षर किए हैं। जीसस क्राइस्ट का भी जन्म 25 दिसंबर को मनाया जाता है। जीसस का संपूर्ण जीवन प्रेम,करुणा, दया और मानवीयता पर आधारित था।

उन्होंने कहा कि जिन दो प्रतिभाओं को आज हम सम्मानित कर रहे हैं। उसमें से एक जी सर्जिवियर के स्वामी मेडिको साइंटिस्ट डॉ० घनश्याम अग्रवाल जिनका कार्य मस्तिष्क के आंतरिक अंगों की सर्जरी में जो भी मैटेरियल लगता है उसे आप एकाधिकार स्वरूप बनाते है, और बड़े पैमाने पर एक्सपोर्ट करते हैं। और दूसरे आईएएस समीर शुक्ला जी जो की चिलोआ तहसील जलालाबाद के रहने वाले हैं। प्रखर बुद्धि लग्न एवं अपनी प्रतिभा के बल पर वर्ष 2005 में देश की आति प्रतिष्ठित एवं सर्वाेच्च प्रशासनिक सेवा इस के कर्नाटक कैडर में आप का चयन हुआ। 2005 से 2007 तक ट्रेनिंग के बाद वर्ष 2008 तक कर्नाटक के जनपद मंगलौर में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर प्रथम पोस्टिंग हुई। समर्पण भाव से कार्य करते हुए वर्तमान में भारत सरकार में ज्वाइंट सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत है। कौशल विकास नीति के अंतर्गत कौशल्य कर्नाटक के यह सूत्रधार रहे है जिसमें प्रतिवर्ष पांच लाख लोगों को परीक्षण दिया जा रहा है।

मंत्री ने कहा कि यह एक सामान्य परिवार की महिला लगातार अपने संघर्ष के बल पर, लगातार अपने समर्पण भाव के कारण गुजरात प्रदेश के विभिन्न विभागों की मंत्री बनी। और खास तौर पे महिला एवं बाल विकास में और विशेष तौर पर टीवी उन्मूलन में बीमारी के खिलाफ संघर्ष सहित शिक्षा के क्षेत्र में उनका विशेष रूप से क्रांति पैदा करने का विचार रहता है। उन्होंने बताया कि अब तक 68 लोगो को साइंस आर्ट लिटरेचर आदि में जनपद रत्न से सम्मानित किया जा चुका है। यह जनपद रत्न कार्यक्रम का 28वां वर्ष है। मुख्य अतिथि के मार्गदर्शन के लिए उन्होंने धन्यवाद किया। राज्यपाल ने जनपद के प्रगतिशील किसान अंशुल मिश्रा, कौशल कुमार मिश्रा एवं अन्य से मुलाकात की। संचालन डॉ सुरेश मिश्रा ने किया।
इस अवसर पर सांसद अरूण कुमार सागर, सांसद, मिथिलेश कुमार, ममता यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष, अर्चना वर्मा महापौर, नगर निगम, चेतराम विधायक, पुवायां, सलोना कुशवाहा विधायक, तिलहर, वीर विक्रम सिंह प्रिन्स, विधायक, कटरा, अरविन्द कुमार सिंह, विधायक, ददरौल, डा सुधीर गुप्ता, सदस्य, विधान सभा परिषद, शाहजहाँपुर-पीलीभीत, कृष्ण चन्द्र मिश्रा, जिला अध्यक्ष, भाजपा, शिल्पी गुप्ता, महानगर अध्यक्ष, केशव चन्द्र मिश्रा, सदस्य,चयन समिति एवं डीपीएस राठौड़ अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक सहित अन्य मौजूद रहे।