लखनऊ/आगरा। पूरा प्रदेश जहां नए साल के स्वागत में डूबा था। वहीं एक परिवार की पांच महिलाओं ने नए साल के पहले दिन का सूरज भी नहीं देखा। आगरा के रहने वाले एक युवक व उसके पिता ने मुहल्ले के लोगों से तंग आकर जो कदम उठाया, उससे हर कोई हैरान है।
आगरा के टेढ़ी बगिया कुबेरपुर निवासी अरशद मंगलवार को पिता के साथ अपनी चार बहनों व मां के साथ लखनऊ गया। नाका में होटल शरणजीत में कमरे लिए। मां अस्मा, बहन अल्शिया 19, रहमीन18, अक्सा16, आलिया9 को पहले शराब पिलाई। इसके बाद सबकी ब्लेड से नसें काट दीं। चिल्ला न सकें तो मुँह में कपड़ा ठूसकर गले भी घोंट दिए। सभी का कत्ल करने के बाद वीडियो बनाया। उसमें आपबीती सुनाई। इसके बाद पिता बदर को चारबाग स्टेशन छोड़ा। खुद लोको पुलिस चौकी पहुँच कर इस घटना की जानकारी दी। पुलिस ये सुनकर सन्न रह गई। पहले तो पुलिस को यकीं ही नहीं हुआ। वह उसे पागल समझी, लेकिन जब वह पुलिस को होटल के उस कमरे में लेकर गया तो पुलिस के भी होश उड़ गए। एक ही परिवार की पांच महिलाओं के ख़ून से लथपथ शव बिस्तर पर पड़े थे।
हत्यारे ने वीडियो में जो बातें कहीं हैं वह उसकी मानसिक स्थिति बयां करती हैं। उसने बताया है कि मोहल्ले वाले परिवार को बांग्लादेशी कहते थे, जबकि वह मूल रूप से बदायूं का रहने वाला है। उसको बहुत परेशान किया जा रहा था। कुछ लोग बहनों को हैदराबाद में बेचने को ले जाने वाले थे। उसका परिवार हिंदू धर्म स्वीकार करना चाहता था। मुहल्ले वाले इससे भी नाराज़ थे। उसने वीडियो में कहा है कि वालिद भी आत्महत्या कर लेंगे। आगरा के उसके घर पर रामजी का मंदिर बनाया जाए। इस सनसनीखेज घटना से कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि वह अगर योगी दरबार में अपनी मंशा ज़ाहिर करता या अपनी बात कहने के लिए अन्य रास्ते चुनता तो शायद ये परिवार आज होता। फिलहाल इस कांड ने पूरे प्रदेश को हिला दिया है।