महाकुंभ 2025 की घोषणा तो हो गई, लेकिन अभी फाइनल टच का काम तेजी से चल रहा है। योगी आदित्यनाथ ने 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ के लिए बेहतर से बेहतर प्रबंध कराए हैं, लेकिन ये अफसरशाही है..काम अभी चल रहा है।
स्लम एरिया को टीन शेड व सीमेंटेड वाल से कवर किया गया है। जहां रास्ते में पेड़ बाधा बन रहे थे, उनको काटा गया है। सड़क चौड़ी करने के लिए मकान-दुकान भी ध्वस्त किए गए हैं.. महाकुंभ के कारण यहां के लोगों को कुछ असुविधा हुई है, तो लांगटर्म फायदे भी हुए हैं। इसी बहाने प्रयागराज का कायाकल्प भी हुआ है। अभी 10 जनवरी ही हुई है। काम तेजी से चल रहा है।
रेत पर शहर आधुनिक शहर बसाया जा रहा है। अत्याधुनिक तकनीक के जरिए सभी काम हो रहे हैं। एक रुपए में प्यूरीफाई वाटर एक लीटर मिल रहा है, तो वहीं न रोके जाने वाले तंत्र के लिए हजारों सुलभ शौचालय बने हैं। कहीं भी कभी भी… का काम यहां फेल है। साफ सफाई का समुचित प्रबंध है, लेकिन कुछ हैं उनको कचरा फैलाना ही नहीं जहां-तहां लघुशंका करना ही है। पुड़िया खाकर सड़क पर थूकना ही है…ऐसे लोग यहां देखे जा सकते हैं।
फ़िलहाल योगी सरकार इस महाकुंभ को अदभुत, अकल्पनीय व नयनाभिराम बनाने के लिए भरसक प्रयास किए हैं, लेकिन एक तबका ऐसा भी है जो प्रयास पर पुताई करने पर लगा है। अगर यहां आने वाले लोग अपनी भी जिम्मेदारी समझें तो इस बार का महाकुंभ नया अध्याय लिख सकता है।
#जन मन न्यूज़/बलराम शर्मा