#तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकियां
#13 अखाड़ों के साधु संतों ने अपने वेश में हीं स्नान किया
प्रयागराज महाकुंभ25 में पहले शाही स्नान पर ही रिकार्ड बन गया। अलसुबह से देर शाम तक तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकियाँ लगाई। प्रयागराज के सभी सीमावर्ती मार्गों पर जनसैलाब अलसुबह से उमड़ सा पड़ा। मकरसंक्रांति पर्व के विशेष योग को देखते हुए स्नान की होड़ साधु संतों में ही नहीं श्रद्धालुओं में दिखी। सबसे अधिक संगम तट पर दबाव था। नागा साधुओं की टोलियां जब हर हर महादेव का उद्घोष करते हुए निकलीं तो भीड़ ख़ुद ही छिटकती गई। अमृत स्नान के मुहूर्त को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था रात से अलर्ट मोड़ पर थी। आज 13 अखाड़ों के संतों ने स्नान किया। भीड़ का आलम ये था कि जब रैन बसेरे, होटल, धर्मशाला व कुटियों में जगह न मिली तो रोड किनारे ही पन्नी बिछाकर डेरा जमाया गया।
प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर सर्वाधिक दबाव था। आलम ये था कि लीडर रोड पर सिर्फ जनसमूह ही दिख रहा था। आरपीएफ, जीआरपी ने दबाव को देखते हुए टुकड़ियों में यात्रियों को स्टेशन से बाहर निकाला। लोगों को एक किमी की दूरी तय करने में दो घन्टे का समय लगा। करीब चार हजार लोग अपनों से बिछड़ गए। उनको खोया पाया केंद्र के जरिए मिलाया गया। तीन लोगों की ह्र्दयगति रुक जाने से मौत हो गई। वहीं सैकड़ों लोगों को तबियत ख़राब होने के कारण अस्पताल ले जाया गया।
#जन मन न्यूज़