अफसरशाही से बदरंग हो रहा रंग…महाकुंभ


#mahakumbh25/नज़रिया

#एक तरफ़ सरकार ग़रीब उत्थान के क़सीदे काढ़ते नहीं थकती। इत्ते करोड़ को राशन देते हैं..इत्ते को पेंशन, इत्ते को निधि, इत्ते को ऋण, पटरी वालों को लोन बगैरा…कितनी हैरत की बात है कि नगर निगम एक तरफ पटरी वालों को सब्सिडी वाला कर्ज़ देकर अपनी पीठ ठोकती है..दूसरी तरफ़ उसका ही अतिक्रमण के नाम पर उसका सामान भर ले जाती है।

#शनिवार को ऐसा ही नजारा सेक्टर 1 में देखने को मिला..मजिस्ट्रेट लिखी गाड़ी निकली..पीछे ट्रैक्टर ट्रॉली.. न कोई चेतावनी.. न जुर्माना.. सीधे जिसको कमज़ोर समझ उसका सामान उठाना। पता है, मेला चल रहा है। थोड़ा कमा लेने के लिए सड़क किनारे सामान बेच रहे हैं…पर यहां के प्रसाशन को ये रास नहीं आ रहा। बड़े आउटलेट खुलें..जहां भले ही चाय बीस से लेकर 40 की मिले, पूड़ी 80 की चार मिलें..वो ठीक, क्योंकि वहां से राजस्व जुटाने की बात की जाएगी.. पर मेला में पटरी पर मेज लगाकर 10 की चाय व 50 की चार पूड़ी बेचकर कुछ कमा लें…ये शायद अखर रहा है। कम बजट वाले अपनी पेट पूजा कम पैसों में कर लेते हैं..ये शायद यहां तैनात किए गए अफसरों को गवारा नहीं।
#आज देखते ही देखते ही सामान भरा जाने लगा। पटरी वालों में हड़कंप मच गया। जो लपेटे में आ गया उसकी मेज, अन्य सामान ज़ब्त हुआ। जहां लोग खा-पी रहे थे.. वह भी इधर-उधर हुए। नैनी रोड पर काफ़ी चौड़ी सड़क है..यहां छोटे दुकानदार महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं की कम पैसों में उदरपूर्ति के साधन बने हुए हैं.. लेकिन साफ़-सफाई, अतिक्रमण के नाम पर इनको ही निशाना बनाया जा रहा है..जबकि ट्रैफिक नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ रही हैं। बगैर हेलमेट के चार-पांच लोग बाइक पर फर्राटा भर रहे हैं। इनको मेला के नाम पर छूट है…हंटर इन पर ही पड़ रहा है, जबकि होर्डिंग्स जगह जगह बेतरतीब लगाए गए हैं। सामान भी सड़क पर पड़ा है। ये किसी को नज़र नहीं आ रहा।।😢😢
#जनमन न्यूज़