कृभको नगर में भी काव्य धारा

शाहजहांपुर। कृभको फर्टिलाइजर लिमिटेड की 20वें स्थापना दिवस की उपलक्ष में कृभको नगर में वही साहित्य और काव्य यामिनी का आयोजन किया गया।
साहित्यिक भागीरथी का एक अनुष्ठान जिसमें गीतकार चंदन राय ,हास्य कवि जानी बैरागी ,मशहूर शायर कुंवर जावेद ,मंच संचालक दिनेश दिग्गज वीर रस कवि अशोक चारण ,कवित्री श्वेता सिंह एवं हास्य कवि लक्ष्मण नेपाली ने अपनी कविताओं को सुना कर लोगों को हंसाया। ओज के भाव भी उनके अंदर भरे। मां शारदे की वंदना श्वेता तिवारी ने प्रस्तुत की उसके बाद चंदन राय ने अपनी शुभ विख्यात गीत ‘ जो मेरे पास आना नहीं चाहता मैं भी उसको बुलाना नहीं चाहता ‘ ,
कुंवर जावेद ने ‘कागजी फूलों में खुशबू कहाँ होती है, इत्र गर उन पर छिड़क जाए, तो महक जाते हैं तुम अगर कीमती ही हीरा हो, तो रातों में मिलो दिन में तो कांच के टुकड़े भी चमक जाते हैं’, सुन के लोगों की खूब तालियां बटोरी कवियों का संयोजन एवं आरंभिक संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी प्रमोद प्रमिल ने किया।
इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम कंपनी के अध्यक्ष डॉक्टर चंद्रपाल सिंह यादव , प्रबंध निदेशक एमआर शर्मा, डायरेक्टर यसयस यादव ,केएफएल के सलाहकार बीपी कौशिक को प्रबंध निदेशक रवि कुमार चोपड़ा ने बुके और अंगवस्त्र देकर उनका स्वागत किया। इसी क्रम में प्रबंध निदेशक आरके चोपड़ा ,उनकी धर्मपत्नी नीतू चोपड़ा साथ ही चीफ फाइनेंस ऑफिशियल श्री बंसल को एक्टिव वाइस प्रेसिडेंट श्री गौर ने अंग वस्त्र और बुके देकर उनका स्वागत किया। तदुपरांत मंच पर रख दीप प्रज्वलन के साथ आरंभ हुआ।
व्यवस्था में हितेश कुलश्रेष्ठ ,आनंद पाठक ,जेपी श्रीवास्तव ,मधुरेश पांडे ,ताहिर अली आदि का सहयोग रहा। अध्यक्ष भाषण में डॉक्टर चंद्रपाल सिंह यादव ने प्रत्येक कर्मचारी 11000 रुपए उपहार स्वरूप देने की घोषणा की, साथ ही कृभको नगर के अंदर एक मंदिर निर्माण के लिए 11 लाख रुपए देने की भी घोषणा की। पूर्व में कई सफल कार्यक्रम देने के लिए उन्होंने प्रमोद प्रमिल की मंच से सराहना की।