आस्था पर कुठाराघात, संगम का जल कितना निर्मल…

CPCB( सेंट्रल पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) की रिपोर्ट में खुलासा..प्रयागराज में गंगा-यमुना का जल आचमन छोड़िए स्नान के लायक नहीं है..NGT को रिपोर्ट। बोर्ड ने जनवरी में लिए थे कई जगह से 70 से अधिक सैम्पल। संगम के आसपास स्थिति ज़्यादा खराब। विशेषज्ञ बताते हैं कि ये जल पीने से हानि भी हो सकती है। जबकि प्रयागराज नगर निगम व जल निगम का कहना है कि वह आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर गंदा पानी शोधित कर छोड़ रहे हैं। अपशिष्ट नहीं डाला जा रहा। सरकार का दावा है कि 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं।