डीएम साब…मुहल्लों के नाम देखकर बदलवाएं

*मोहल्लों के अप्रासंगिक नाम बदलने पर ज्ञापन*
शाहजहांपुर में पूर्व केंद्रीय गृहराज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के विचार पर अमल करते हुए एसएस कालेज के शिक्षक जनों ने आज जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह से मुलाकात कर शहर के मोहल्लों के अप्रासंगिक नाम बदलने पर ज्ञापन दिया।
इस अवसर पर वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष डा अनुराग अग्रवाल ने जिलाधिकारी को बताया कि शहर में अनेक नाम काफी अप्रासंगिक हैं जैसे सराय काइयां हाथीथान गदियाना रेती इत्यादि।शहर के इतिहास पर लिखी गई ऐतिहासिक किताबें भी इनको मध्ययुगीन संस्कृति से जोड़ती है।जैसे प्रख्यात इतिहासकार डा एनसी मेहरोत्रा ने लिखा है कि ख्वाजा हकीम मेंहदी की बनाई सराय के आसपास काइयां किस्म के लोग बस गए थे जिससे इलाके का नाम सराय काइयां पड़ा।इसी प्रकार हाथीथान में अफगानों के हाथी बंधते थे किंतु अब वहां रिहायश है किंतु नाम हाथी के नाम पर चल रहा है।इन सभी नामों पर पुनर्विचार कर उन्हें बदले जाने की आवश्यकता है।
इस पर जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि प्रस्तुत ज्ञापन पर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे। एसएस कालेज अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर डा रामशंकर पांडे ने जिलाधिकारी से शहर के मुख्य चौराहों के नामकरण शहीदों के नाम पर करने की दरखास्त की जिसपर जिलाधिकारी ने बताया कि इस संदर्भ में पूर्व में ही प्रयास किए जा रहे है। वरिष्ठ शिक्षक कमलेश गौतम ने जिलाधिकारी को बताया कि शाहजहांपुर शहर में अनेक ऐसी हस्तियों का जन्म हुआ है जिन्होंने शहर के नाम को विश्व स्तर पर चमकाया है। स्काउट गाइड जनक श्री राम बाजपेई,राष्ट्रीय कवि दामोदर स्वरूप विद्रोही परमवीर चक्र विजेता नायक जादूनाथ सिंह मौलवी अहमद उल्लाह शाह पंडित राम प्रसाद बिस्मिल अशफाक तथा ठाकुर रोशन सिंह जैसे अनेक शहीदों के रक्त से यह धरा रक्त रंजित है अतः इन महान विभूतियों के नाम पर क्षेत्रों के नामकरण किए जाना समीचीन है।इस अवसर पर अजय वर्मा डा मृदुल शुक्ला डा संतोष प्रताप सिंह डा कमलेश गौतम डा धर्मवीर सिंह परमार वरिष्ठ पत्रकार सुयश सिन्हा समाजसेवी सरदार राजू बग्गा मुमुक्षु आश्रम के कार्यकारी अधिकारी रवि बाजपेई मौजूद रहे।