यूपी के शाहजहांपुर में एक शहीद परिवार से संबंध रखने वाले शरद सिंह पहले सरिता थे। पैरों से विकलांग सरिता क्रांतिकारी ठाकुर रोशन सिंह की पौत्री थीं, लेकिन 2022 में उन्होंने जेंडर चेंज कराकर खुद को शरद सिंह घोषित किया। उनको सहायक अध्यापक की सर्विस मिल गई। पुरुष बनने के बाद 23 में उन्होंने अपनी मित्र सविता सिंह से शादी कर ली। सविता पीलीभीत की रहने वाली हैं। इस शादी की उन दिनों खूब चर्चा हुई थी। बुधवार को एक निजी अस्पताल में सविता ने बेटी को जन्म दिया। बताते हैं कि 26 साल बाद परिवार में कन्या का जन्म हुआ है। वह भी नवरात्र में। परिवार के लोग बेहद खुश हैं। इसे माता रानी की कृपा मान रहे हैं।
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